GST दर 28% से घटकर 18% होने के बाद मारुति कारों की कीमतें हुईं सस्ती। जानिए ऑल्टो, स्विफ्ट, बलेनो, एर्टिगा जैसी कारों की नई कीमतें और फायदे
जीएसटी 28% से 18% होने के बाद मारुति कारों की नई कीमतें – ग्राहकों के लिए बड़ी खुशखबरी
भारत में कार खरीदने वाले ग्राहकों के लिए एक बड़ी राहत की खबर आई है। सरकार ने हाल ही में ऑटोमोबाइल सेक्टर पर लगने वाले जीएसटी (GST) में बड़ा बदलाव किया है। पहले कारों पर 28% टैक्स लिया जाता था, लेकिन अब इसे घटाकर 18% कर दिया गया है। इस फैसले का सीधा असर देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी की गाड़ियों पर देखने को मिल रहा है।
यह बदलाव न केवल कारों को सस्ता बना रहा है, बल्कि ग्राहकों को नई गाड़ियाँ खरीदने के लिए प्रोत्साहित भी कर रहा है। आइए विस्तार से जानते हैं कि आखिर इस टैक्स कटौती का मारुति कारों की कीमतों और ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री पर क्या असर पड़ा है।
जीएसटी दर घटने से मारुति कारों की कीमतों में आई बड़ी कमी
सरकार द्वारा टैक्स कम करने से मारुति की छोटी कारों से लेकर मिड-रेंज और प्रीमियम सेगमेंट तक की गाड़ियों में भारी कमी आई है। पहले जहां 28% टैक्स की वजह से कारें काफी महंगी हो गई थीं, वहीं अब 18% टैक्स लागू होने के बाद उनकी कीमतें 50,000 रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये तक कम हो गई हैं।
यह बदलाव खासतौर पर मध्यमवर्गीय ग्राहकों के लिए फायदेमंद है क्योंकि भारत में मारुति सुजुकी की सबसे ज्यादा बिक्री एंट्री लेवल और मिड-सेगमेंट गाड़ियों में होती है।
मारुति कारों की नई अनुमानित कीमतें
(ध्यान दें: ये कीमतें अनुमानित हैं और शहर/राज्य के हिसाब से थोड़ी अलग हो सकती हैं)
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मारुति ऑल्टो K10 – पहले लगभग ₹4.10 लाख, अब करीब ₹3.70 लाख
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मारुति एस-प्रेसो – पहले ₹4.50 लाख, अब ₹4.00 लाख
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मारुति वैगनआर – पहले ₹5.60 लाख, अब लगभग ₹5.00 लाख
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मारुति स्विफ्ट – पहले ₹6.20 लाख, अब ₹5.50 लाख के करीब
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मारुति डिज़ायर – पहले ₹7.10 लाख, अब लगभग ₹6.40 लाख
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मारुति बलेनो – पहले ₹8.10 लाख, अब ₹7.30 लाख
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मारुति एर्टिगा – पहले ₹9.50 लाख, अब लगभग ₹8.60 लाख
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मारुति ग्रैंड विटारा – पहले ₹12.20 लाख, अब करीब ₹11.00 लाख
ग्राहकों के लिए फायदे
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किफायती दाम – अब एक ही मॉडल की कार खरीदने के लिए ग्राहकों को लाखों रुपये तक की बचत हो रही है।
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नई कार खरीदने का मौका – जो लोग महंगाई की वजह से अब तक कार नहीं खरीद पा रहे थे, उनके लिए यह सही समय है।
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बेहतर फाइनेंसिंग ऑप्शन – कम कीमत के कारण बैंक और फाइनेंस कंपनियों से लोन लेना भी आसान होगा।
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रख-रखाव में आसानी – सस्ती गाड़ियों के साथ-साथ मारुति की सर्विस और स्पेयर पार्ट्स भी पहले से ही सस्ते हैं, जिससे लंबे समय तक फायदा मिलेगा।
ऑटोमोबाइल सेक्टर पर असर
जीएसटी दर घटाने से न केवल ग्राहकों को फायदा होगा बल्कि इसका असर पूरे उद्योग पर भी सकारात्मक होगा।
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बिक्री में बढ़ोतरी – कम कीमत के कारण अधिक लोग नई गाड़ियाँ खरीदेंगे, जिससे मारुति की बिक्री में जबरदस्त इजाफा होगा।
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नए रोजगार – बिक्री और प्रोडक्शन बढ़ने से कंपनियों को ज्यादा कर्मचारियों की जरूरत होगी, जिससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।
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आर्थिक विकास – लंबे समय में सरकार को टैक्स कलेक्शन में नुकसान नहीं होगा, बल्कि ज्यादा गाड़ियों की बिक्री होने से राजस्व बढ़ेगा।
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इलेक्ट्रिक और हाइब्रिड कारों को बढ़ावा – कीमतें कम होने के साथ ग्राहकों की दिलचस्पी नई तकनीक वाली गाड़ियों की तरफ भी बढ़ेगी।
मध्यम वर्ग के लिए बड़ी राहत
भारत की ज्यादातर आबादी मध्यम वर्ग से जुड़ी है और वे कार खरीदने से पहले बजट पर सबसे ज्यादा ध्यान देते हैं। मारुति जैसी कंपनियां पहले से ही "किफायती गाड़ियों" के लिए जानी जाती हैं। अब टैक्स कम होने से ऑल्टो, वैगनआर, स्विफ्ट और डिज़ायर जैसी सबसे ज्यादा बिकने वाली कारें और भी सस्ती हो गई हैं।
भविष्य की संभावनाएँ
इस टैक्स कटौती से मारुति की बिक्री बढ़ना तय है। साथ ही ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में फिर से रौनक लौटेगी। विश्लेषकों का मानना है कि आने वाले महीनों में कारों की बिक्री रिकॉर्ड स्तर तक जा सकती है। यह बदलाव न केवल कंपनियों को फायदा देगा, बल्कि सरकार और ग्राहकों – तीनों के लिए फायदेमंद साबित होगा।
निष्कर्ष
जीएसटी 28% से घटाकर 18% करना ग्राहकों और ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री दोनों के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो रहा है। मारुति कारें पहले से ही भारतीय सड़कों पर सबसे ज्यादा बिकने वाली गाड़ियाँ रही हैं और अब उनकी कीमतें और भी किफायती हो गई हैं।
अगर आप लंबे समय से नई कार खरीदने की सोच रहे थे तो यह सही समय है। कम कीमत, बेहतर फाइनेंसिंग और शानदार माइलेज – ये सब मिलकर मारुति कारों को आज भी ग्राहकों की पहली पसंद बनाते हैं।